


पीर बाबा जमाल खा जी का मजार गोहाना शहर जिला सोनीपत में मौजूद है | इसको बनाने का पूरा श्रेय हिमला चमार (रेडू) सेवादार को जाता है | जो बियाभान से पीर बाबा जमाल खा जी को लेकर आये | और उनकी पूजा सुरु की | बहुत सी यातना सही | नगर वासियो ने उने अनजाने में मारने की कोशिस भी की थी | बाबा पीर जमाल खा उने बचाने खुद हाथी पर सवार हो कर आये थे | पीर बाबा जी ने बहुत से और चमत्कार भी किये थे | बहुत बलशाली योद्धाओ को एक साथ हराया था | बाबा पीर ने बहुत से हिन्दू लोगो की जान बचाई मुगलो से और बहुत सी बहन बेटिओ की इजत्त की रक्षा की थी | अपने आप को बहुत बड़ी इलम की माहिर कहने वाली बीरा को भी हराया था | गोहाना शहर में बाबा पीर की मजार लगभग 700 -800 साल पुराणी है | यहाँ हर साल पुरे गोहाना शहर में सालाना बाबा जी की चदर व जुलूस निकाला जाता है जिसमे हजारो की संख्या में हिन्दू मुस्लिम हिंसा लेते है | पूरा गोहाना शहर बाबा जी की पूजा करता है |
गाँव उदेपुर जींद में मंदिर
जींद जिले का उदेपुर गांव भारत का अकेला गांव है जहां एक ही मंदिर में हिन्दू मुस्लिम सिख धर्मो के बाबा ,पीर ,गुरुओ की एक स्थान पर पूजा होती है | इस मंदिर को जयदीप बराड़ ने अपने गुरु भगत श्री राम जी लाल जी व भगत श्री मनसुख जी की प्रेरणा से बनाया है | इसमें हिन्दू गुरु गोरख नाथ जी ,गुरु रविदास जी,गुरु भागू जी ,बाबा मनसाराम राजपूत (क्षत्रिय ) बोरी ,बाबा बज्जू कोतवाल ,सिख गुरु नानक जी ,मुस्लिम पीर बाबा जमाल खा, पीर बाबा मीरा साहब,पीर बाबा खुदा बख्श ,पीर बाबा गुंगा बलि इतियादी के लिए पूजा का स्थान बनाया है |